पटना। कोविड के नाम पर बस चालकों द्वारा अधिक किराया वसूली के विरुद्ध गुरुवार को सभी जिलों में विशेष जांच अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान दोगुना भाड़ा वसूल करने वाले 72 बस चालक व संचालक पर जुर्माना लगाया गया एवं 11 बसों को जब्त करने की कार्रवाई की गई। वहीं 4 बसों की परमिट रद्द करने की संबंधित जांच पदाधिकारी द्वारा अनुशंसा किया गया। गुरुवार को चले विशेष अभियान के तहत सभी जिलों में कुल 756 बसों की जांच की गई। मनमाना भाड़ा वसूली के साथ ही ओवरलोडिंग की जांच की गई। इसमें 29 बसों में ओवरलोडिंग पर जुर्माना लिया गया। यह अभियान सभी जिलों में जिला परिवहन पदाधिकारी, एमवीआई और ईएसआई द्वारा चलाया गया। सभी बस संचालकों व चालकों को निर्देश दिया गया है कि 50 प्रतिशत यात्री क्षमता के प्रावधान के पहले जो किराया लिया जा रहा था वही लिया जाएगा। परिवहन मंत्री शीला कुमारी के अनुसार बसों में निर्धारित दर से अधिक भाड़ा वसूली को लेकर कई जिलों से शिकायतें मिल रही थी।
बताया जा रहा है कि जब 50 प्रतिशत क्षमता के साथ जब बसें चल रही थी तब भी दुगना बढ़ा लिया जा रहा था और आज जबकि पूरी क्षमता के साथ बसों का परिचालन किया जा रहा है फि र भी दुगुना किराया लिया जा रहा है। जिलों में बस स्टैंड एवं ऑटो स्टैंड से सार्वजनिक परिवहन के वाहनों के खुलने से पूर्व यात्रियों का फ ीडबैक लिया गया और शिकायत मिलने के बाद संबंधित बस मालिक बस चालक पर कार्रवाई की गई। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बसों में मनमाना भाड़ा वसूली को लेकर कई जिलों से शिकायतें मिल रही थी। इस पर कार्रवाई के लिए सभी जिलों में विशेष जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। जांच में मनमाना भाड़ा वसूली की शिकायत सही पाए जाने पर संबंधित बस मालिकों व चालकों पर जुर्माना लगाया जा रहा है एवं जब्ती के साथ परमिट रद्द करने की कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। जांच के क्रम में भाड़ा से संबंधित यात्रियों का फ ीडबैक भी लिया गया। जांच पदाधिकारी ने बस कंडक्टर एवं ऑटो चालक को स्पष्ट निर्देश दिया कि निर्धारित किराया ही यात्रियों से लें। मनमाना किराया वसूली की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी एवं वाहन को सीज भी किया जाएगा।
श्वेता / पटना